Tuesday, April 10, 2007

...कवि-परिचय
...लिखि कागज कोरे - डॉ. बल्देव
...अपन बात - चेतन भारती

कविता-क्रम


0 झन लगाव आगी
0 पर्वा म घुघुवा
0 ठोमहा भर घाम
0 उन्नत के बीज
0 जुवानी के पत्ता
0 मधुबन लागे खेत खार
0 देवारी के दिया अस
0 सुख के छइहां
0 आतंकवादी मुसुवा
0 पुन्नी के चंदा लवइया अंव
0 उझरे घर कुरिया
0 मारव मया के गुलाल
0 काली आही अंजोरी
0 पीपर छांव तरी
0 पीपर छांव तरी
0 सुख के कुटका
0 जिन्गी के धुरी
0 मन बदरा
0 सुरुज लुकाय हे बादर में
0 मयारू भुइयाँ
0 तरिया के पथरा
0 बेरा बेरा के बात
0 भइगे ओतके च आय
0 बसंत के महक
0 महतारी बर
0 सोसन भर
0 बतर के कुंड़
0 मया के भादो
0 तरिया के मछरी
0 उंचे अटारी हासत हावय
0 धरती के गीत
0 बंगाला के चटनी
0 बहु के पीरा
0 जिन्गी के मजा
0 सुख के दिया बरे
0 रतिहा अभी बाकी हे
0 चिन्हारी

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प्रकाशक
सृजन-सम्मान
रायपुर, छत्तीसगढ़
मूल्य
25 रुपए
प्रथम संस्करण
2004
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